प्रश्न
मैं निरोगधाम का नियमित पाठक और आपके आध्यात्मिक , सांस्कृतिक एवं आयुर्वेदिक ज्ञान का प्रशंसक हूँ। यह हमारा परम सौभाग्य है कि हमें कल्पवृक्ष तुल्य निरोगधाम पत्रिका उपलब्ध है। इस पत्रिका की प्रशंसा करना सूरज को दीपक दिखाने जैसा है। मैं एक सैनिक हूँ और इस वक्त जम्मू कश्मीर की घाटियों में तैनात हूँ। जोड़ों के दर्द दूर करने में एक बहुत ही असरकारी घरेलू नुस्खा लिख कर जनहित में भेज रहा हूँ। इस नुस्खे का प्रयोग करा कर कई रोगियों को रोग मुक्त करा चुका हूँ। बादी और शीत के प्रभाव से तथा वर्षा काल में बादल होने पर जोड़ों में दर्द के रोगी को बहुत कष्ट होता है।
नुस्खा-
लहसुन 250 ग्राम, देशी खाण्ड 500 ग्राम, हल्दी 150 ग्राम, चारों मगज, सोंठ, खसखस और कमरकस चारों 100-100 ग्राम, देशी घी 500 ग्राम, दूध 1 लिटर, खोया 250 ग्राम, बादाम 200 ग्राम ग्राम, लौंग 50 ग्राम और छोटी इलायची 10 ग्राम।
विधि-
लहसुन की कलियां छील कर अलग रख दें। हल्दी को बारीक पीस लें। दूध में लहसुन की कलियां डाल कर गरम करें और आैंटा कर खोया बनाएं। खोया बना कर उतार लें, इसमें 250 ग्राम खोया और अन्य सभी द्रव्य चारों मगज सोंठ आदि बारीक कूट पीस कर मिला कर ठण्डा होने के लिए रख दें। घी को गरम होने के लिए रखें और पिसी हल्दी डाल कर थोड़ी देर पकाएं फिर खोया वाला मिश्रण डाल कर उतार लें और अच्छी तरह हिलाचला कर मिला लें व ठण्डा होने दें। जब बिल्कुल ठण्डा हो जाए तब इसमें खाण्ड डाल कर अच्छी तरह से मिला लें और कांच की बड़ी बर्न (जार) में भर कर एयर टाइट ढक्कन लगा कर रखें।
मात्रा और सेवन विधि-
सुबह खाली पेट और रात को सोते समय एक-एक बड़ा चम्मच, पानी के साथ सेवन करें। इसके बाद आधा घण्टे तक कुछ खाएं पिएं नहीं। परहेज- इमली, अमचूर, आम का अचार, कच्ची कैरी आदि खटाई का सेवन बिल्कुल न करें।
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